कोडरमा बचाओ संघर्ष समिति का एक दिवसीय धरना सम्पन्न
जे जे कॉलेज को विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में ही रहने दिया जाय
कोडरमा बचाओ संघर्ष समिति का एक दिवसीय धरना सम्पन्न
एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा रांची पटना रोड जाम : समिति
यह धरना छात्र, अविभावक, जनता,नेता , अफसर , प्रतिनिधि, जन प्रतिनिधि सब के सब सोए हुए है और सोए हुए लोगो को जगाने के लिए आवाज की घमाका की जरूरत है और यह धरना उसी का हिस्सा है : समिति
प्रेम भारती
कोडरमा। जिला का एक मात्र अंगीभुत जगन्नाथ जैन महाविद्यालय, झुमरी तिलैया सहित जिले के तमाम मान्यता प्राप्त डिग्री कॉलेज कोडरमा को विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग से हटा कर गिरिडीह जिला में बन रहे नव निर्मित विश्वविद्यालय में कर देने के खिलाफ पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 28 अगस्त को जे जे कॉलेज के प्रांगण में कोडरमा बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया। धरना स्थल पर सभा की अध्यक्षता समिति के संयोजक मनोज कुमार झुन्नू ने किया जबकि सभा का संचालन सह संयोजक महेश भारती ने किया। वही समिति के संयोजक मनोज कुमार झुन्नू ने कहा की कोडरमा जिला का एक मात्र अंगीभुत जगन्नाथ जैन महाविद्यालय, झुमरी तिलैया सहित जिले के तमाम मान्यता प्राप्त डिग्री कॉलेज कोडरमा को विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग से हटा कर गिरिडीह जिले में कर देने से छात्र छात्राओं सहित अभिभावकों में काफी रोष है। वही उन्होंने कहा कि गिरिडीह कर देने से छात्र छात्राओं को काफी असुविधा होगी जिससे छात्रों के साथ साथ महिला छात्रों असुविधा होने के कारण उच्च शिक्षा से वंचित रह जायेंगे। वही सरकार को आगाह करते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर नही रोका गया तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन करते हुए रोड जाम किया जायेगा। वही सह संयोजक महेश भारती ने कहा कि जगन्नाथ जैन महाविद्यालय झुमरी तिलैया कोडरमा से बिनाेवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग की दूरी मात्र 60 किलोमीटर है। वहीं देखा जाय तो चंदवारा, बरही, बरकट्ठा, कांटी डेम, गझंडी आदि क्षेत्रों से महज 30 से 40 किलो मीटर की दूरी है, जिसके कारण छात्र छात्राएं के साथ साथ अभिभावकों को भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही होती है।ओर यहां के गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे खास कर बच्चियां उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली पा रही है। वही दूसरी ओर कहा कि यह धरना छात्र, अविभावक, जनता,नेता , अफसर , प्रतिनिधि, जन प्रतिनिधि सब के सब सोए हुए है और सोए हुए लोगो को जगाने के लिए आवाज की घमाका की जरूरत है और यह धरना उसी का हिस्सा है। वही रितेश माधव ने कहा कि कोडरमा के साथ साथ उक्त सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से गिरिडीह की दूरी 120 से 160 किलो मीटर है, जो सुविधा की दृष्टि से बहुत ही असुविधा है। गिरिडीह के लिए सीमित सुविधा है जिससे छात्र छात्राओं के साथ साथ खास कर अभिभावकों के असुविधा के साथ शारीरिक, मानसिक, सामाजिक कष्ट के साथ ही आर्थिक खर्च का बोझ बढ़ेगा, जिसके कारण इन गरीब मध्यम वर्गीय परिवार के हजारों छात्र छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हों जायेंगे। ज्ञात हो कि धरना के माध्यम से महामहिम राज्यपाल झारखंड रांची के नाम द्वारा जे जे कॉलेज प्राचार्य को जिला का एक मात्र अंगीभुत जगन्नाथ जैन महाविद्यालय, झुमरी तिलैया सहित जिले के तमाम मान्यता प्राप्त डिग्री कॉलेज कोडरमा को विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में ही रहने देने की स्मारपत्र सोपते हुए मांग किया गया। वही धरना कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राएं, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, अविभावक साथ ही मुख्य रूप से कोडरमा बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यो मुख्य रूप से चंद्रवंशी दीपक कुमार नवीन,नीरज सिंह, दिवाकर राम, प्रकाश रजक, द्वारिका राम, सुखदेव यादव, रामेश्वर यादव, मो कयूम अंसारी, आर के बसंत, गौतम ठाकुर, मो अली, गोपाल कुमार गुतुल, बिरेंद्र कराटे, डॉ कुमार सौरभ, सूरज यादव, संतोष साव, विकास निरंजन , जय यादव, दिनेश यादव, धीरज गोस्वामी, दीपक कुमार सिंह, कासिफ अख्तर,दिनेश सिंह, कृष्णा सिंह घटवार, राजवीर दास आदि सैकड़ों छात्र छात्राएं भाग लिए।
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