श्री परमहंस बाबा का 64 वां समाधि महा पर्व डोमचांच में मनाई गई ।
श्री परमहंस बाबा का 64 वां समाधि महा पर्व डोमचांच में मनाई गई
प्रेम भारती
डोमचांच प्रखंड स्थित परमहंस बाबा धाम में 64 वां समाधि पर्व का आयोजन परमहंस बाबा की महा आरती हवन और भजन से समाधि पर्व का प्रारंभ किया गया साथ ही दूसरा दिन चादरपोशी भंडारा लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा लंगर का प्रसाद पूरी सब्जी ग्रहण किया गया बाबा के बारे में बताया जाता है कि खासकर बाबा बच्चों को बहुत प्यार करते थे उनका मानना था कि बच्चों में साक्षात ईश्वर रहते हैं साथ ही उनके भक्तों के द्वारा बताया गया कि बाबा हमेशा अपने भक्तों को सत्य हमेशा सत्य बोलने के लिए प्रेरित करते थे। बाबा का जीवन बड़ा सादगी के साथ बिता था बाबा हमेशा सभी से सभी में ईश्वर के रूप को देखते थे बाबा के गुरु के बारे में बताया जाता है कि खगड़िया के लांगटा बाबा उनके गुरु थे परमहंस बाबा के बारे में एक बात और भी बताया जाता है कि 7 वर्षों तक पूरे भारत भ्रमण किया इसी क्रम में हरिद्वार में गंगा किनारे खड़े होने पर बाबा ने अपने शरीर के छाया को अपने सामने बहते हुए जल पर देखा तो पता चला कि ईश्वर एक है समस्त निजी प्राणी में ईश्वर का वास होता है इसलिए ईश्वर एक ही है ।है उनका कोई अवतार नहीं गुरुवार को खिचड़ी तथा खीर प्रसाद के साथ बाबा समाधि पर्व का समापन किया जायेगा। वही इस अवसर पर , विवेक इंद्र गुरु ,आलोक इंद्र, रिंकू, संजय अग्रवाल, डॉक्टर बिपिन ,रमेश छाबड़ा रिंकू सिंह आशीष पांडेय इसके आलावे सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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