झुमरी तिलैया शहर के बीचो-बीच डंपिंग यार्ड बनाए जाने पर नगर परिषद के खिलाफ लोगों में आक्रोश
झुमरी तिलैया शहर के बीचो-बीच डंपिंग यार्ड बनाए जाने पर नगर परिषद के खिलाफ लोगों में आक्रोश
प्रेम भारती
कोडरमा नगर पर्षद झुमरी तिलैया की ओर से शहर के बीचोबीच पॉश इलाके में अस्थायी तौर पर बनाए गए डपिंग यार्ड में जमा किए गए कुड़े कचरे की ढेर से फैल रही बदबू लोगो के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगो में नगर पर्षद के सिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की सुबह सफाई व्यवस्था में लगे केएमएसडब्ल्यू के परियोजना प्रबंधक अमित कुमार को इसका कोपभाजन बनना पड़ा। सुबह जैसे ही कूड़े कचरे से भरा दर्जनों ट्रीपर डंपिंग यार्ड पहुंचा वहां पहले से मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता सह नगर निकाय चुनाव में बतौर प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमा चुके विशाल भदानी अपने साफ लफ्जों में इसका विरोध किया। उन्होंने हाल ही में शहरी क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में डेंगू मलेरिया की चपेट में आने से हुई कई मौत व दर्जनों लोगो को इसका शिकार होकर इलाज के लिए बाहर जाने की नौबत का हवाला दिया। श्री भदानी के द्वारा बस स्टैंड में कचरे डंप का विरोध किए जाते देख धीरे-धीरे लोगों का जूटान होने लगा। सभी ने एक स्वर से इस पॉश इलाके में डंपिंग यार्ड का विरोध करते हुए नगर परिषद को जमकर कोसा। सभी ने कहा जब चन्द्रोडीह में डंपिंग यार्ड का निर्माण कराया गया तो किस परिस्थिति में बस स्टैण्ड में कचरा का डंप किया जा रहा है। लोगों ने यह भी कहा कि इसके पहले भी शहरी क्षेत्र के तिलैया बस्ती स्थित बनाए गए डंपिंग यार्ड में कूड़े कचरे जमा किए जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो वहां से डंपिंग यार्ड हटाया गया। विरोध कर रहे वीरेंद्र यादव, गुड्डू जायसवाल, सौरभ यादव व .... ने कहा कि किसी भी हाल में पॉश इलाके में डंपिंग यार्ड नहीं बनना चाहिए। वहीं कुछ अन्य लोगों ने कहां की परेशानी उसे वक्त और ज्यादा विकराल हो जाती है जब सामाजिक तत्वों द्वारा जमा कचरेनुमा पहाड़ में आग लगा दी जाती है, और प्रदूषित धुएं की वजह से जीना मुश्किल हो जाता है। जिस पर अब तक पहल नहीं की जा सकी है।लोगो का विरोध होता देख परियोजना प्रबंधक अमित कुमार ने कहां की वे इसकी सूचना नगर परिषद को देंगे। दरअसल बस स्टैंड के आसपास के इलाके में पिछले तीन चार दशको से हजारों लोगों ने अपने मकान बना लिए हैं। कई कोचिंग संस्थानें चलती है इसके अलावा कई यात्री बस पकड़ने के लिए यहां जमा होते हैं और उन्हें जब डंपिंग यार्ड से फैल रही प्रदूषण से परेशानी होती है तो वे अपनी समस्याओं को जो उनकी आवाज बन सके, वैसे निचले स्तर नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाते हैं।
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