मईयां योजना में त्रुटियां सुधार के लिए सीटू ने किया अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन
मईयां योजना में त्रुटियां सुधार के लिए सीटू ने किया अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन
प्रेम भारतीझुमरी तिलैया - मईयां सम्मान योजना के लाभुकों के आवेदनों की ऑनलाइन इंट्री में प्रज्ञा केंद्रों व कम्प्यूटर ऑपरेटरों के द्वारा की गई त्रुटियों को अविलंब सुधार कर लाभुकों का भुगतान करने की मांग को लेकर झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन (सीटू) के बैनर तले शुक्रवार को सदर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व चिल्ड्रेन पार्क से एक जुलूस भी निकाला गया. जिसमें मईयां योजना के आवेदन में त्रुटि सुधार करो, पोर्टल चालू कर नया आवेदन स्वीकार करो, लंबित सर्वजन पेंशन को स्वीकृत करो आदि नारे लगाए जा रहे थे। अंचल कार्यालय के बाहर प्रदर्शन व सभा की अध्यक्षता सीटू और निर्माण कामगार यूनियन के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने किया। जबकि संचालन शम्भु पासवान ने किया. सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि हेमंत सरकार की लोकप्रिय योजना मईयां सम्मान योजना, जिसके लिए हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने थोक में हेमंत सरकार के पक्ष में वोट किया और भारी बहुमत से दुबारा सरकार भी बनी। इसके बावजूद राज्य की हजारों महिला इस योजना से वंचित है, ऑनलाइन आवेदन में बैंक खाता और आईएफएससी कोड गलत भरे जाने के कारण उनका भुगतान नहीं हो रहा है। सैकड़ों महिलाएं सुधार के लिए रोज अंचल कार्यालय आती है और निराश होकर चली जाती है। इसके साथ ही सर्वजन पेंशन के आवेदनों की स्वीकृति तीन चार महीनों से नहीं हो रहा है। विधवा, वृद्धा, विकलांग व सर्वजन पेंशन धारकों को पेंशन भुगतान भी नियमित नहीं किया जा रहा है। सीटू के जिला सचिव रमेश प्रजापति ने कहा कि अफसरों की लापरवाही के कारण हजारों महिलाओं को पैसा नहीं मिल रहा है। जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने कहा कि 15 दिनों के अंदर त्रुटियां सुधार कर भुगतान नहीं किया जाता है तो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए सीटू मजबूर हो जाएगा. प्रदर्शन के बाद 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा और वार्ता किया.।बीडीओ ने मईयां योजना का साइट खुलने पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में महेन्द्र तुरी, नागेश्वर दास, शंभू पासवान, राजेन्द्र पासवान, मुश्ताक खान, मुन्ना ठाकुर, बालेश्वर राम, बसंती देवी, जीतन तुरी, बिनोद तुरी, महेन्द्र यादव, करुणा देवी, रीना कुमारी, पूनम देवी, रेखा कुमारी, आशा देवी, सुनीता देवी, शारदा देवी, मालती देवी, मुन्नी देवी, यशोदा देवी, पिंकी देवी, रेखा देवी सहित बड़ी संख्या में मईयां योजना से वंचित महिलाएं शामिल थी।
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